पाकिस्तानी सेना के प्रमुख आसिम मुनीर ऑपरेशन सिंदूर की मार से हताश हो चुके हैं. यही वजह है कि वह नए सिरे से भारत के खिलाफ जहर घोलने में जुट गए हैं. आसिम मुनीर का हाल ही में कराची में दिया गया भाषण उनकी निराशा-हताशा को दिखाता है. कराची स्थित नौसेना अकादमी में दिए आसिम मुनीर का भाषण का मकसद अन्य फोर्स यानी बलों के बीच लोकप्रियता हासिल करने के लिए भारत विरोधी भावना को भड़काना है.
टॉप खुफिया सूत्रों की मानें तो आसिम मुनीर के बयान पाकिस्तान के कश्मीर में प्रॉक्सी वॉरफेयर यानी युद्ध जारी रखने के रुख को मजबूत करने और नौसेना पर नियंत्रण पाने के प्रयास के रूप में देखे जा रहे हैं. यह सब वह भारत विरोधी बयानबाजी से करना चाहते हैं. उनका बयान शहबाज शरीफ और अन्य नेताओं के लिए भी खतरे की घंटी है.
सूत्रों ने कहा, ‘आसिम मुनीर के भाषण का संदर्भ भारत के कराची पर हमले की योजना के टालने से जुड़ा है, जिसने समुद्री प्रभुत्व के माध्यम से भारत की मजबूत कूटनीति की क्षमता को दिखाया है. भारत के इसी शक्ति प्रदर्शन ने पाकिस्तान को तनाव कम करने और घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.’ उन्होंने कहा कि मुनीर की महत्वाकांक्षाएं बहुत व्यापक हैं, जो पाकिस्तानी नेताओं के लिए एक चेतावनी है. उनका मकसद अपने प्रभाव को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाना है और सत्ता को मजबूत करने के लिए भारत विरोधी बयानबाजी का लाभ उठाना है.’
कराची में पाकिस्तानी नवल एकेडमी में शनिवार को आसिम मुनीर ने भारत के खिलाफ खूब जहर उगला. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारत को मजबूती से जवाब दिया. हालांकि हकीकत पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर से पाक को भारी नुकसान हुआ और उसके बाद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से संपर्क किया. आसिम मुनीर ने आतंकवाद के कृत्यों का समर्थन करते हुए इसे वैध संघर्ष बताया…