बारिश का मौसम है. आम लोगों का जनजीवन प्रभावित होता ही है. लेकिन इस सीजन में गुड़गांव के लोगों की समस्या तो बहुत बड़ी हो जाती है. इस बार बारिश हुई नहीं कि शहर थम जाता है. एक महिला ऑफिस से वापस लौटी तो उसने पाया कि आधी कार पानी में डूबी हुई थी. लेकिन असली सदमा तो तब लगा जब वो घर के अंदर गई. फर्श पर रखा फर्नीचर, किताबें, फोटो फ्रेम्स सब पानी में तिर रहे थे. ये घर जिसे उसने बड़ी मेहनत और प्यार से सजाया था, अब कीचड़ और तबाही में डूबा पड़ा था. ये सिर्फ पानी नहीं था, ये उसकी मेहनत, भावनाएं और सपनों की बर्बादी थी.
गुड़गांव में बुधवार रात से शुरू हुई जबरदस्त बारिश ने पूरे शहर को जैसे जाम कर दिया. सड़कों पर इतना पानी भर गया कि गाड़ियां चलना तो दूर, खड़ी रहना भी मुश्किल हो गया. ट्रैफिक थम गया और लोग घंटों फंसे रह गए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो और वीडियो में शहर की हालत किसी बर्बादी से कम नहीं दिख रही.
ऐसा ही एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक महिला ने दिखाया कि कैसे उसके घर में घुटनों तक पानी से भरा हुआ था. घर का लिविंग रूम पानी में डूबा था, और उसमें रखा हर एक सामान जैसे बहता जा रहा था. ये घर गुड़गांव के सबसे महंगे इलाकों में से एक गोल्फ कोर्स रोड के पास DLF Camellias के पास था, जहां 100 करोड़ तक के फ्लैट बिकते हैं. यह तो महंगे गुड़गांव की बात है, लेकिन इस शहर में आम सोसाइटियों में भी 1-1 करोड़ से कम के फ्लैट नहीं मिलते. लेकिन इस वीडियो ने ये दिखा दिया कि शहर की “पॉश” पहचान सिर्फ एक दिखावा बनकर रह गई है.
वीडियो में महिला कहती है कि बारिश इतनी तेज थी कि लगातार 4 घंटे तक थमने का नाम नहीं लिया. जब वो ऑफिस से लौटी, तो कार पानी में डूबी हुई थी. लेकिन जब घर में कदम रखा, तो जो देखा, उससे वो टूट गई. उसने लिखा- “ये सिर्फ पानी नहीं है, ये इमोशनल डैमेज (भावनात्मक चोट) है. मेरे पास अब शब्द नहीं हैं, सिर्फ दर्द है.”
वीडियो देखकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा जताया. किसी ने कहा, “इतना पैसा कमाने वाला शहर और ऐसी हालत?” तो किसी ने लिखा, “गुड़गांव छोड़ देना चाहिए, जहां कोई प्लानिंग नहीं है.” कुछ ने सरकार और प्रशासन की नाकामी पर सवाल उठाए और सिविल डिसओबिडिएंस मूवमेंट की बात तक कह डाली.
ये तबाही सिर्फ अमीर इलाकों तक सीमित नहीं थी. गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड, सोहना रोड, और सुभाष चौक जैसी बड़ी सड़कें भी पानी में डूबी हुई थीं. कई जगह पानी कमर तक पहुंच गया था. लोग अपनी गाड़ियां छोड़कर पैदल निकलने को मजबूर हो गए…