वाशिंगटन: भारतीय वायुसेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को जिस तकनीकी चाल से चौंकाया, उससे दुनिया भी हैरान हो रही है. अमेरिका समेत कई देशों के मिलिट्री एक्सपर्ट्स मानते हैं कि भारत ने इस मिशन में जो ‘AI गेम’ खेला, वो किसी हॉलीवुड मूवी से कम नहीं था. दरअसल, F-16 फाइटर जेट के पूर्व पायलट और मिलिट्री एक्सपर्ट रायन बॉडनहाइमर ने ऑपरेशन सिंदूर का विश्लेषण कर कहा है कि ‘इतना स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर आज तक किसी ने नहीं किया. भारत की वायुसेना ने जो किया, वो आने वाले युद्धों की दिशा बदल सकता है.’
भारत ने इस मिशन में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया, जिससे पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को यह भ्रम हो गया कि भारतीय फाइटर जेट्स कहां हैं. नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान की मिसाइलें दागी तो गईं, फटी भी सही वक्त पर, मगर वो जिन जेट्स को निशाना बना रहीं थीं, वे असल में वहां थे ही नहीं. लेकिन पाकिस्तान के ग्राउंड ऑपरेशन की टीम खुश होती रही कि उन्होंने भारतीय जेट्स पर हमला किया है. इस कारनामे को करने में एक्स गार्ड का इस्तेमाल किया गया.
इजरायल की डिफेंस कंपनी Rafael (राफाएल) की ओर से बनाई गई एक डिवाइस, X-Guard इस ऑपरेशन की हीरो रही. यह एक 30 किलो की AI डिवाइस है, जिसे फाइटर प्लेन के साथ एक फाइबर ऑप्टिक केबल से जोड़ा जाता है. प्लेन जब उड़ान भर लेता है तो पायलट, X-Guard को उससे लटका देते हैं. फाइटर जेट के 100 मीटर पीछे यह पूंछ की तरह लटकता रहता है. लेकिन असली कमाल तब होता है जब यह डिवाइस फाइटर जेट की तरह सिग्नल छोड़ती है. पाकिस्तान के रेडार इसे असली विमान समझ लेते हैं और उस पर मिसाइल दाग देते हैं. मिसाइलें सीधा इस ‘झुनझुने’ पर गिरती हैं, जबकि असली विमान 100 मीटर दूर, सुरक्षित उड़ान भरता हुआ टारगेट को तबाह कर आता है.
पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम में चीन की ओर से सप्लाई किए गए J-10C रडार और PL-15E मिसाइलें थीं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इन रडारों ने भारतीय फाइटर प्लेन के जैसे सिग्नल्स को पकड़ तो लिया, टारगेट लॉक भी हो गया, मिसाइलें दागी भी गईं, मगर वो जा लगीं X-Guard पर. पाकिस्तान को लगा उसने विमान मार गिराया है, लेकिन भारत के असली फाइटर जेट एयरबेस पर मिसाइल लॉन्च कर लौट चुके थे.
यह पहली बार हुआ है कि किसी देश ने युद्ध के मैदान में AI और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर का इतना बारीकी से और सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध की पारंपरिक परिभाषा को बदल दिया है. अब लड़ाई केवल गोलियों से नहीं, डेटा, सिग्नल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से भी लड़ी जाएगी.
जब पाकिस्तान को लगा कि उसके रडार और मिसाइलें काम कर रही हैं, तभी भारत के जेट्स ने उसके एयरबेस को तबाह कर दिया. और पाकिस्तान को भनक तक नहीं लगी कि वह असली नहीं, झूठे टारगेट्स पर हमला कर रहा था. अब अमेरिका से लेकर यूरोप तक के रक्षा विश्लेषक इस ऑपरेशन को स्टडी कर रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर यह दिखा गया कि भारत केवल ताकत से नहीं, तकनीक से भी युद्ध जीत सकता है…