शुभांशु शुक्‍ला भारत कब आएंगे, क‍ितने द‍िन अभी अमेर‍िका में रहना होगा, क्‍या होगी पूरी प्रॉसेस…?

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शुभांशु शुक्‍ला इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से धरती पर लौट आए हैं. लेकिन वे तुरंत भारत नहीं लौट सकते, उन्‍हें अभी कुछ और द‍िन अमेर‍िका में रहना पड़ेगा. वहां वे डॉक्‍टरों की निगरानी में होंगे. उनके हेल्‍थ की जांच की जाएगी. लेकिन सबसे बड़ा सवाल क‍ि शुभांशु शुक्‍ला भारत कब लौटेंगे? क‍ितने द‍िन अमेर‍िका में रहना होगा और पूरी प्रक्रिया क्‍या होगी?

भारतीय मूल की सुनीता व‍िल‍ियम्‍स भी 19 मार्च को स्‍पेस से भारत लौटी थीं. चार महीने हो गए, लेकिन अभी वह पूरी तरह अपनी सामान्य दिनचर्या वापस नहीं लौट पाई हैं. शारीरिक थकान, पीठ दर्द और संतुलन में कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. उन्‍होंने खुद बताया क‍ि डॉक्‍टरों की निगरानी में रहना पड़ता है. क्‍योंक‍ि द‍िक्‍कतें हो रही हैं. ऐसी समस्‍या शुभांशु को कम होनी चाह‍िए, क्‍योंक‍ि एक तो वे काफी कम वक्‍त के ल‍िए स्‍पेस में रुके थे, दूसरा- बाहर निकलते वक्‍त उनके चेहरे की मुस्‍कान बता रही थी क‍ि वो बिल्‍कुल फ‍िट हैं. फ‍िर भी कुछ वक्‍त तो लगेगा…लेकिन क‍ितना?
स्प्लैशडाउन के बाद शुभांशु शुक्‍ला को मेड‍िकल जांच के ल‍िए ले जाया गया. वहां डॉक्‍टरों की टीम उनकी निगरानी करेगी. उनके मेंटल हेल्‍थ की जांच की जाएगी. उनकी हड्ड‍ियों की डेंस‍िटी टेस्‍ट की जाएगी, मांसपेशी में क‍ितनी ताकत है, ये भी जांच होगी. उनका हार्टबीट कैसा है, ज्‍यादा तेजी से घट-बढ़ तो नहीं रहा. उनकी आंखों में कोई द‍िक्‍कत तो नहीं, उनकी इम्‍यु‍निटी पर क‍ितना असर और उनका न्‍यूरोलॉ‍ज‍िक स्‍कैन भी क‍िया जाएगा.
नासा का तय प्रोटोकाल है क‍ि जब कोई एस्‍ट्रोनॉट धरती पर लैंड करता है, तो उसे 7 द‍िनों तक आइसोलेशन में रखा जाता है. जहां उसकी मेड‍िकल जांच की जाती है. उन्‍हें वापस पुरानी लाइफ स्‍टाइल में लौटने के ल‍िए तैयार क‍िया जाता है. योगा से लेकर मेड‍िटेशन तक कराया जाता है. यानी 22 से 23 जुलाई तक तक तो वे आइसोलेशन में रहेंगे.

 

आइसोलेशन में ठीक पाए जाने के बाद अगर डॉक्‍टर उन्‍हें इजाजत देते हैं तो वे भारत लौट सकते हैं. शायद एक विशेष विमान से उन्‍हें भारत लाया जा सकता है. आम मान सकते हैं क‍ि अगर कोई और द‍िक्‍कत नहीं आई तो शुभांशु शुक्‍ला 8–10 दिन बाद यानी 25 जुलाई तक भारत लौट सकते हैं. हालांक‍ि, अभी इसकी आध‍िकार‍िक पुष्टि नहीं हुई है. हो सकता है क‍ि उन्‍होंने इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पर जो प्रयोग क‍िए हैं, उसके बारे में डिटेल को लेकर कुछ देरी भी हो. लेकिन यह सबकुछ तय प्रोटोकॉल के मुताबिक होगा…