नाटो ने दिखाई धौंस तो रूस के साथ खुलकर आ गया भारत! यूक्रेन युद्ध में भेजा हथियार? सच्चाई क्या है…

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रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद से ही भारत रूसी तेल खरीद रहा है. पश्चिमी मीडिया और नाटो आरोप लगाती है कि इसके जरिए भारत युद्ध को फंड कर रहा है. लेकिन अब रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक भारतीय कंपनी रूस को विस्फोटक वाले केमिकल भेज रही है. इस रिपोर्ट के आने के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर खलबली मच गई है. रिपोर्ट के मुताबिक ‘आइडियल डेटोनेटर प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की इस भारतीय फर्म ने दिसंबर 2024 में रूस को लगभग 1.4 मिलियन डॉलर (करीब 12.10 करोड़ रुपये) मूल्य का HMX भेजा था. HMX को ऑक्टोजेन भी कहते हैं. अब इस रिपोर्ट पर कंपनी ने सफाई दी है. कंपनी ने साफ कहा है कि उसने जो केमिकल भेजा है वह सिविल इस्तेमाल वाला विस्फोटक है न कि कोई सैन्य ग्रेड मटेरियल.

HMX का नाम सुनते ही दुनिया के कई देशों की नींद उड़ जाती है, क्योंकि यह वही केमिकल है जिसका इस्तेमाल मिसाइल, टॉरपीडो, और अन्य उन्नत हथियार प्रणालियों में किया जाता है. लेकिन भारत की इस कंपनी ने साफ कहा है कि उसने यह पदार्थ पूरी तरह भारतीय नियमों के तहत और सिर्फ ‘औद्योगिक उपयोग’ के लिए भेजा है, न कि सैन्य मकसद से. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत से यह शिपमेंट रूस की दो एक्सप्लोसिव मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को गया, जिनमें से एक ‘प्रोम्सिंटेज’ नामक कंपनी है. यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी SBU ने दावा किया है कि इस रूसी कंपनी के सेना से सीधे संबंध हैं, और अप्रैल में इसी के एक फैक्ट्री पर ड्रोन हमला भी किया गया था. हालांकि, ‘आइडियल डेटोनेटर’ का कहना है कि ‘यह सिविल इस्तेमाल वाला विस्फोटक है, न कि कोई सैन्य ग्रेड मटेरियल.’
उधर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका ने चीन को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि ‘अगर चीन शांति चाहता है, तो उसे रूस को जंग का सामान भेजना बंद करना होगा.’ अमेरिका की कार्यवाहक राजदूत डोरोथी शीया ने चीन पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि ‘बीजिंग के ड्रोन और हथियार रूस की मिसाइल और ड्रोन हमलों में मिल रहे हैं.’ जवाब में चीन के डिप्टी एम्बेसडर ने कहा, ‘हम युद्ध का हिस्सा नहीं हैं और हमने डुअल यूज मटेरियल्स पर कड़ी पाबंदी लगाई है. अमेरिका दूसरों पर दोष मढ़ने के बजाय शांति की दिशा में कदम उठाए.’
इसी बीच यूक्रेन की आर्मी ने दावा किया है कि फरवरी 2022 से लेकर अब तक रूस के 10,49,250 सैनिक मारे जा चुके हैं. सिर्फ पिछले 24 घंटों में रूस को 920 सैनिकों की क्षति हुई है. इसके अलावा रूस के 11,000 से ज्यादा टैंक, 48,000 ड्रोन और 28 जहाज भी तबाह हो चुके हैं. यूक्रेन और रूस के बीच दो साल से चल रही इस जंग में अब भारत, चीन और अमेरिका की भूमिका पर वैश्विक ध्यान केंद्रित होता जा रहा है…