अमित शाह ने राज्यसभा में सुनाया शमी कपूर से जुड़ा किस्सा, एक्टर ने कश्मीरी महिलाओं पर कही थी ये बात

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संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा चल रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दी गई अपनी स्पीच में सरकार की कई तरह की उपलब्धियां गिनवाई. इसी सिलसिले में उन्होंने हिंदी सिनेमा के अदाकर शम्मी कपूर को भी याद किया. उन्होंने कहा कि शम्मी कपूर जी एक बार हमने से कहा कि जब मेरा गोल्डन पीरियड था, तब मैं बहुत ज्यादा समय कश्मीर में बिताता था. आज मैं देख रहा हूं कि वहां की बच्चियां पथराव कर रही हैं.

अमित शाह ने कहा कि इसके बाद मैं इस समस्या के मूल में गया. 5 अगस्त 2019 को हमने अनुच्छेद 370 को हटाने का काम किया. इसके साथ ही इस पूरे इको-सिस्टम को खत्म करने का प्लान बना. इसके साथ ही डेवलप्मेंट के नए-नए प्रोजेक्ट्स शुरू हुए. उन्होंने आगे कहा, “मोदी सरकार में जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं समाप्ति की कगार पर हैं. जम्मू-कश्मीर में 2010 से 2015 के बीच 2,564 ऑर्गनाइज्ड पथराव की घटनाएं हुई थीं. 2024 के बाद एक भी घटना नहीं हुई.”

‘आतंकी घटनाओं में 70 फीसदी कमी आई…’

अमित शाह ने कहा, “ऑर्गेनाइज्ड हड़ताल- जो पाकिस्तान में बैठे हुर्रियत के आका ऐलान करते थे  और सालाना 132 दिन घाटी बंद रखते थे. तीन साल से एक भी हड़ताल का ऐलान नहीं हुआ है. अब हिम्मत नहीं है. इसी तरह कश्मीर में आतंकी घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है और नागरिकों की मौत में 80 प्रतिशत की कमी आई है.”

राज्यसभा में अमित शाह ने टाइगर मेमन से लेकर तमाम आतंकियों के नाम गिनाए, जो कांग्रेस की सरकारों के वक्त देश से भागे थे. उन्होंने कहा कि मेरा जवाब तो से सेना ने दे दिया. अब राहुल गांधी जवाब दें. हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं. देश की जनता के सामने 2004 से 2014 और 2015 से 2025 का हिसाब किताब रखता हूं. 2004 से 2014 में अखंड सोनिया मनमोहन की सरकार थी और 2015 से 2025 तक अखंड मोदी सरकार थी.

उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में मनमोहन सरकार के 10 साल के मुकाबले मोदी सरकार में आतंकी घटनाओं में 70 फीसदी कमी आई. आंकड़ों से भाग नहीं सकते. कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने से आतंकी इको सिस्टम खत्म हो गया है.

‘पथराव की घटनाएं…’

अमित शाह ने कश्मीर में सुरक्षा के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए कदम गिनाए और कहा कि बुरहान वानी और अन्य आतंकियों के जनाजे में 10-10 हजार लोग निकलते थे. अब जो आतंकी जहां मारा जाता है, उसे वहीं दफना दिया जाता है. जनाजा निकालने की इजाजत किसी आतंकी को नहीं है. उन्होंने आतंकी समर्थकों को नौकरी से निकाले जाने से लेकर बार काउंसिल तक, आतंक समर्थकों को चुनचुनकर निकाले जाने के कदम भी गिनाए और कहा कि नतीजे भी आए हैं. 2024 में पथराव की घटनाएं जीरो हो गईं. ऑर्गेनाइज्ड हड़ताल तीन साल से जीरो है. नागरिकों  की मृत्यु तीन साल से जीरो है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक वक्त था, जब हुर्रियत के नेताओं को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता था, ये आते थे, रेड कार्पेट बिछाया जाता था, सारे कॉम्पोनेंट हमने बैन कर दिए हैं. हम कोई हुर्रियत से बात नहीं करना चाहते. उन्होंने आगे कहा कि 2019 के बाद हमने टीआरएफ, जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स,  जमात-ए-इलामी, मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर, जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट, जम्मू कश्मीर पीपुल्स फ्रंट और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया समेत कई संगठन हमने बैन कर दिया. अमित शाह ने कहा “ये मोदी सरकार है और हमारी टेररिज्म विरोधी नीति है और हम जीतेंगे.”