आसिम मुनीर अभी तो ब्रह्मोस का प्रचंड प्रहार देखा, अगर इन 5 महाबली ने किया अटैक, तो धरे रह जाएंगे 170 परमाणु बम…

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पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर की परमाणु वाली धमकी इस वक्त खूब चर्चा में है. वैसे मुल्ला मुनीर को ये याद रखना चाहिए कि जिस एक ब्रह्मोस के आगे पाकिस्तान बाप बाप चिल्ला रहा था, वैसे 5 ब्रह्मास्त्र भारत को तरकश में हैं, जो उसे नानी याद दिला देंगे. अमेरिका की गोद में बैठकर ऐसी गीदड़भभकियां देना आसान है लेकिन युद्ध की असल जमीन पर पाकिस्तान जिस तरह मुंह की खा चुका है, वो उसे ही पता है.
पाकिस्तान की सेना के मुखिया अमेरिका में बैठकर भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे रहे हैं और उन्हें लग रहा है कि भारत डर जाएगा. उन्हें हमारी सेना के पास मौजूद उन हथियारों की जानकारी शायद नहीं है, जो उसे तबाही का भयानक मंजर दिखा सकते हैं. अगर उन्हें याद नहीं है, तो डेडली वेपंस की ये लिस्ट उन्हें जरूर देख लेनी चाहिए.
ये भारत की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) हैजिसे DRDO ने विकसित किया है. इसकी मारक क्षमता – 5,000-7,000 किलोमीटर है, जो एशिया, यूरोप, अफ्रीका को कवर कर सकती है. 17.5 मीटर लंबी और 40,000 किलोग्राम वजन वाली ये मिसाइल अपने साथ 1,500 किलोग्राम परमाणु वॉरहेड ले जा सकती है. मिसाइल की MIRV तकनीक एक साथ कई लक्ष्यों को साध सकती है. इसे कैनिस्टर से सड़क/रेल से लॉन्च किया जा सकता है और इसकी गति मैक 24 है. इसका नेविगेशन भी सटीक है.
भारत-रूस की इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की तबाही पाकिस्तान ने देखी है. इसकी मारक क्षमता 290-600 किलोमीटर है और इसकी गति मैक 2.8-3.5 है. इस मिसाइल की खासियत ये है कि ये जमीन, समुद्र, हवा, पनडुब्बी से लॉन्च हो सकती है. ये अपने साथ 300 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकती है और इसका निशाना सटीक होता है. 2,500 किलोग्राम वाली इस मिसाइल का इस्तेमाल जहाज, ठिकाने और बंकर नष्ट करने में हो सकता है. इस घात मिसाइल का अपग्रेड ब्रह्मोसII हाइपरसोनिक है और मैक 7 की गति से ये दुश्मन के ठिकाने बर्बाद कर सकता है.
ये DRDO की विकसित की गई टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 150-500 किलोमीटर है. मिसाइल 12 मीटर लंबी, 5 टन वजनी है. इसकी क्षमता इतनी है कि ये 500-1,000 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकती है, जो पारंपरिक या परमाणु दोनों हो सकते हैं. इसे कैनिस्टर से मोबाइल लॉन्चर के जरिये लॉन्च किया जा सकता है. इसकी गति मैक 5 है और जीपीएस/इनरशियल नेविगेशन से गाइडेड है. इसका इस्तेमाल खासतौर पर सीमावर्ती रणनीतिक हमले के लिए होता है.
भारत के तरकश के डेडली हथियारों में एक फ्रांस का मल्टीपर्पज लड़ाकू विमान राफेल है, जो भारत के पास 36 है. इसकी गति मैक 1.8 है और इसकी रेंज 3,700 किलोमीटर है. राफेल 50,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है और इसकी क्षमता इतनी है कि ये 9,500 किलोग्राम हथियार ले जा सकता है, जिसमें मेटियोर और स्कैल्प मिसाइलें शामिल हैं. स्टील्थ तकनीक का ये विमान आसानी से पकड़ में नहीं आता है.

 

भारत के भरोसेमंद हथियारों की लिस्ट में रूस का मल्टीटास्किंग लड़ाकू विमान सुखोई 30MKI है. भारत के पास 272 ऐसे विमान हैं और इनकी गति मैक 2 है. इन विमानों की रेंज 3,000 किलोमीटर है. इनकी उड़ा ऊंचाई 56,800 फीट है और इनकी क्षमता 8,000 किलोग्राम हथियार की है. सुखोई ब्रह्मोस जैसी घातक मिसाइल को भी ले जा सकता है. PESA रडारथ्रस्ट-वेक्टरिंग तकनीक से लैस से विमान स्वदेशी एवियोनिक्स है एडवांस युद्ध प्रणाली में एक्सपर्ट है…