नई दिल्ली. कर्नाटक में सीएम की कुर्सी को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. सबसे पहले डीके शिवकुमार को सीएम बनाने का ऐलान करने वाले कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन अब अपने ही जाल में फंसते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस के तारणहार शिवकुमार के संकटमोचक बनने के चक्कर में अपने बुने जाल में ही इकबाल हुसैन फंस गए हैं. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को पार्टी विधायक इकबाल हुसैन को कारण बताओ नोटिस जारी किया. उन्होंने दावा किया था कि राज्य में सीएम के बदलाव के लिए 100 से अधिक विधायक समर्थन करते हैं. ये सभी विधायक उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन देते हैं.
यह टिप्पणी कर्नाटक में संभावित नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा के बीच कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा कांग्रेस विधायकों से मुलाकात से कुछ समय पहले आई. केपीसीसी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कारण बताओ नोटिस में कहा कि नेतृत्व परिवर्तन के बारे में आपके बयानों से पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है. आपको एक हफ्ते के भीतर सफाई देने का निर्देश दिया जाता है.
मुख्यमंत्री पद के लिए डीके शिवकुमार का खुलकर समर्थन करते हुए हुसैन ने कहा कि ‘सिर्फ मैं ही नहीं 100 से ज्यादा विधायक बदलाव के पक्ष में हैं. उनमें से कई इस पल का इंतजार कर रहे हैं. वे सुशासन चाहते हैं और मानते हैं कि डीके शिवकुमार एक अवसर के हकदार हैं.’ उन्होंने कहा कि ‘उन्होंने पार्टी के लिए अथक काम किया है और संगठन को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाई है. केपीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी की किस्मत में आए बदलाव को सभी ने देखा है. उनके प्रयासों की वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग उनके लिए अपना समर्थन व्यक्त कर रहे हैं और उनके साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं.
हालांकि, नेतृत्व में संभावित बदलाव की अटकलों के बीच कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को कहा कि ऐसी कोई कवायद नहीं चल रही है. सुरजेवाला ने अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि विधायकों द्वारा उठाई गई कोई भी चिंता- चाहे वह असली हो या कथित- पार्टी और सरकार के भीतर आंतरिक रूप से हल की जानी चाहिए…